हाई कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई, आठ फिट खुदाई के बाद दोबारा बनाई सड़क
रुद्रपुर(उद संवाददाता)। गत 22 अप्रैल को इन्द्रा चौक पर स्थित मजार को ध्वस्त करने के बाद हाईकोर्ट के निर्देश पर शुक्रवार को प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों का मौजूदगी में भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ध्वस्त मजार वाले स्थान की खुदाई कर मिट्टी को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। इस दौरान इन्द्रा चौक के आसपास के क्षेत्र को जीरो जोन बनाकर जहां यातायात पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया था तो वहीं लोगों की आवाजाही पर भी पूर्ण रूप से रोक लगा दी गई थी। मजार की खुदाई करने से लेकर मिट्टी निकालकर उसे सुरक्षित स्थान तक ले जाने के की कार्रवाई की वीडियो ग्राफी भी कराई गयी साथ ही ड्रोन से पूरी कार्रवाई पर नजर रखी गयी। शांति व्यवस्था बनाये रखनें के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सतर्क रहा। इस दौरान अपर जिला अधिकारी पंकज उपाध्याय, उप जिलाधिकारी मनीष बिष्ट, किच्छा के कौस्तुभ मिश्रा, सीओ प्रशांत कुमार सहित कई अधिकारी व नगर निगम की टीम मौजूद रही। मजार वाली भूमि की लगभग 8 फिट तक खुदाई की गई और निकाली गई मिट्टी को प्लास्टिक के दो बड़े डिब्बों में सील कर सुरक्षा के साथ ले जाया गया।
गौरतलब है कि एनएच द्वारा हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग का चौड़ीकरण करते हुये इसे 8 लेन का कार्य पिछले काफी समय से किया जा रहा है। चौड़ीकरण के कार्य में इन्द्रा चौक पर दशकों पुरानी सैय्यद मासूम शाह और सज्जाद मियां की मजार बीच में सामने आ रही थी। जिसे हटाने के लिए काफी समय से दोनों पक्षों के मध्य वार्ता भी हुई थी। मुआवजा लेने और मजार हटाने के लिए विभाग द्वारा नोटिस भी दिया गया। लेकिन मजार नहीं हटाई गई। मामला हाईकोर्ट में भी विचाराधीन था। जिसे लेकर प्रशासनिक व विभागीय अधिकारी हर कदम उठाने से पहले पूरी सतर्कता बरत रहे थे। बताया जाता है कि जब उक्त मजार के बारे में छानबीन की गई तो ज्ञात हुआ कि इसी नाम से कुछ ही किलोमीटर के दायरे में अन्य मजारे भी मौजूद हैं। साथ ही अधिकारियों का दावा है कि इन्द्रा चौक पर जिस स्थान पर मजार बनाई गई है वह सरकारी भूमि है। अपना पक्ष मजबूत बनाते हुए प्रशासनिक व एनएच अधिकारियों की मौजूदगी में 22 अप्रैल को त़डके मजार को अवैध बताते हुए ध्वस्त कर दिया गया और जमीन को समतल करने के बाद वहां डामरीकरण कर मार्ग बनाकर यातायात शुरू करवा दिया गया। मामला हाई कोर्ट के संज्ञान में आने पर ध्वस्त मजार के ऊपर से यातायात प्रतिबंधित करने के आदेश दिये गये और सम्बंधित पक्ष को मजार के साक्ष्य प्रस्तुत करने को कहा गया। साथ ही मजार की मिट्टी को सुरक्षित स्थान पर ले लाने के निर्देश दिये। जिसके अनुपालन में शुक्रवर को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मजार की खुदाई कर वहां से मिट्टी निकाल सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। प्रशासन द्वारा खुदाई किये गये स्थान पर बजरी आदि डालकर उसे समतल कर उसपर पुनः सड़क बना दी गयी।