रूद्रपुर(उद संवाददाता)। विश्वबन्धुत्व एवं मानवता को समर्पित सन्त निरंकारी मिशन के संत निरंकारी चौरिटेबल फाउंडेशन की ओर से युगप्रवर्तक बाबा गुरबचन सिंह की पावन स्मृति में गुरुवार को मानव एकता दिवस पर नैनीताल रोड स्थित स्थानीय सन्त निरंकारी सत्संग भवन में विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों रक्तदाताओं ने जोश व उत्साह के साथ स्वेच्छापूर्वक रक्तदान किया। रक्तदान शिविर का शुभारम्भ महापौर विकास शर्मा ने निरंकारी मिशन के वरिष्ठ पदाधिकारियों सुरेन्द्र सिंह, चरणजीत सिंह, सुरेन्द्र चावला, केवल कृष्ण, मनीष, ओमपाल, हरीश गाबा, चन्द्रपाल की मौजूदगी फीता काटकर किया। साथ ही उन्होंने रक्तदाताओं को प्रशस्ति पत्रा देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि संत निरंकारी मिशन समाजसेवा का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। युगप्रवर्तक बाबा गुरबचन सिंह जी समाज कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत रहे। उन्होंने प्रत्येक भक्त के जीवन को वास्तविक रूप में एक व्यावहारिक दिशा प्रदान की जिसके लिए मानवता उनकी सदैव ही ऋणी रहेगी।
उन्होंने कहा कि युगदृष्टा बाबा हरदेव सिंह जी द्वारा सन् 1986 से आरम्भ हुई परोपकार की यह मुहिम, महाअभियान के रूप में आज अपने चरमोत्कर्ष पर है। निश्चित रूप से लोक कल्याण हेतु चलाया जा रहा यह अभियान निरंकारी सत्गुरु की प्रदत्त शिक्षा को दर्शाते हुए एक दिव्य संदेश प्रेषित कर रहा है जिससे हर प्राणी प्रेरणा प्राप्त कर अपने जीवन को कृतार्थ कर रहा है। बाबा हरदेव सिंह जी व माता सविन्दर हरदेव जी तथा वर्तमान सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज ने स्वयं रक्तदान करके सभी श्रद्धालुओं को रक्तदान करने का जो मार्ग प्रशस्त किया, उसे सभी निरंकारी भक्त बखूबी निभा रहे हैं। महापौर ने कहा कि निरंकारी मिशन का यह संदेश रहा है कि रक्त नालियों में न बहे बल्कि इंसान की नाड़ियों में बहे। प्रति वर्ष इस आयोजन में बढ़ चढ़कर समाजसेवी लोग शामिल होते हैं और सेवा भाव के जरिए रक्तदान कर मानवता के लिए उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। महापौर ने कहा कि आज सुबह से ही इस शिविर में जो उत्साह दिखा है मैंने आज तक ऐसा मिशन नहीं देखा जो हर वक्त हर समय मानवता की सेवा के लिए तैयार रहता है इस मिशन ने कोरोना काल में भी जरूरमंद लोगों के सहयोग के साथ अन्य सेवा कार्य किए। उन्होने आगे कहा कि निरंकारी मिशन समय समय पर अन्य समाजिक कार्याे में निरंतर योगदान दे रहा है। निरंकारी मिशन की यह सेवा समाज के लिए प्रेरणादायी है। उन्होंने कहा कि मानव रक्त का कोई दूसरा विकल्प नहीं है। रक्तदान शिविर में दिया गया खून जरूरत पड़ने पर जरूरतमंद व्यक्ति को देकर उसकी जान बचाई जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि रक्तदान महादान है, इससे बढ़कर कोई पुण्य नहीं है। इस दौरान संत निरंकारी मिशन के महात्माओं ने कहा कि हमारा उद्देश्य है रक्त नालियों में नहीं बल्कि नाड़ियों में बहे। उन्होंने कहा कि यह सेवा केवल रक्तदान नहीं बल्कि जीवनदान है, जो समाज में प्रेम, एकता और भाईचारे को मजबूत करता है। इस अवसर पर रक्तदान शिविर में ब्लड बैंक की टीम ने सहयोग करते हुए लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित किया। शिविर में रक्तदाताओं के लिए फल, जूस, चाय, बिस्किट, भोजन का प्रबंध किया गया एवं उनके आराम करने के लिए व्यवस्था भी की गई। इस दौरान रक्तदान करने वालों में मुख्य रूप से दीपक कुमार, सत्यवीर, किरन कश्यप, सौरभ सिंह, कंचन, राहुल, शांति वर्मा, सलोनी, प्रयोग सिंह, अमन, केशव लाल, राकेश नायक, आकांक्षा, सर्वेश कुमार,सोनावती, सौरभ, विशाल, राज प्रजापति, हरिओम प्रजापति, काशी राम, सुमित गावा, साहिल तागरा, शीतल, अमनदीपि संह, हनी सिंह, राम बाबू, खुशविंदर कौर, राजू कोली, हरजिंदर सिंह, विवेक भारती, पूनम देवी, कमल कुमार रस्तौगी, हरप्रीत सिंह, धन सिंह, बलविंदर कौर, राजेश प्रजापति, तुला राम, पुष्पा देवी, अर्पित ढींगरा, चन्द्रशेखर, नत्थू लाल, राकेश, प्रेमपाल, विकास कुमार, मुकेश कुमार आदि समेत सैकड़ों लोग शामिल थे।